JHULAN GOSWAMI BIOGRAPHY IN HINDI । झूलन गोस्वामी की जीवनी

            झूलन गोस्वामी का जीवन परिचय ( उपनाम , जन्म तारीख , क्रिकेट करियर , जिंदगी के उतार चढाव , अवार्ड , रिकार्ड,परिवार आदि )  Jhulan Goswami's biography (surname, date of birth, cricket career, ups and downs of life, awards, records, family etc.)

झूलन गोस्वामी जो वर्तमान में भारत में किसी पहचान की मोहताज़ नहीं है। एक सफल भारतीय महिला क्रिकेटर है झूलन वर्तमान समय में भारत की उन सभी लड़कियों के लिए प्रेरणा स्त्रोत है जो की क्रिकेट में अपना करियर बनाने का सोच रही है। झूलन भारतीय महिला क्रिकेट टीम की पूर्व कप्तान भी रही है। वर्तमान में इनके जीवन की कहानी को बताने के लिए फिल्म भी रिलीज़ होने को है। तो आइये जीवनी के इस ब्लॉग को आगे बढ़ाते हुए बात करते है झूलन गोस्वामी की जीवन के विषय में -





झूलन गोस्वामी ( JHULAN GOSWAMI )


झूलन गोस्वामी की व्यक्तिगत जानकारिया। PERSONAL DETAILS OF JHULAN GOSWAMI -

पूरा नाम - झूलन निशित गोस्वामी 

उपनाम - चाकदा / नादिया एक्सप्रेस 

पेशा - क्रिकेटर 

जन्म - 25 नवम्बर 1983 

आयु - 39 वर्ष 

जन्मस्थान - नादिया जिला पश्चिम बंगाल 

ऊंचाई / HIGHT - 5 फ़ीट 11 इंच 

माता - झरना गोस्वामी 

पिता - निशित गोस्वामी 

पसन्दीदा क्रिकेटर - महिला क्रिकेटर ब्लेंडर क्लार्क , सचिन तेंदुलकर 


झूलन गोस्वामी की पारिवारिक जानकारी। FAMILY DETAILS OF JHULAN GOSWAMI - 



झूलन अपनी माँ के साथ 


      *  झूलन एक मध्यम वर्गीय परिवार से तालुक्क रखती है इनके परिवार में इनके अलावा इनके माता - पिता है। 
      *  झूलन के पिताजी निशित गोस्वामी इंडियन एयरलाइंस में साधारण नौकरी करते है। 

      *  झूलन की माताजी झरना गोस्वामी एक गृहिणी है। 

      * झूलन के बचपन से पालन पोषण उनके गृहजिले नादिया में ही हुआ। 

      *  झूलन को घर में सब प्यार से बाबुल कह कर पुकारते है। 


झूलन की क्रिकेट संबंदी जानकारी। Cricket related information of Jhulan -




झूलन भारतीय महिला टीम में बॉलिंग आलराउंडर के रूप में खेलती है
* पर्दापण - 14 जनवरी 2002
* कोच - स्व्प्न संधू
* जर्सी नंबर - 25
* बल्लेबाज़ी - दाहिने हाथ से
* गेंदबाज़ी - दाहिने हाथ से मध्यम से तेज़ गेंदबाज़
* अधिकतम गेंदबाज़ी गति - 120 किमी प्रति घंटा
* झूलन महिला क्रिकेट के तीनो फार्मेट टेस्ट , वनडे और टी 20 तीनो में खेलती है
     *  झूलन साल 2008 से 2011 तक भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान भी रही है। 
     * यह विश्व में सर्वादिक विकेट लेने वाली महिला क्रिकेट खिलाडी रही है। 

                                             टेस्ट क्रिकेट। TEST CRICKET


      * पर्दापण - 14 जनवरी 2002 
      * बनाम - इंग्लैंड 
      * अंतिम टेस्ट - 30 सितम्बर से 3 अक्टूबर 2021 
      * बनाम - ऑस्ट्रेलिया 
      * कुल खेले टेस्ट - 10 
      * कुल विकेट - 40 
      * कुल रन - 283 
      * शतक/ अर्धशतक - 0 / 2 
      * सर्वश्रेष्ठ - 5 /25 
      * इसके अलावा पूरे मैच में एक बार 10 विकेट भी लिए है। 


                                            वनडे क्रिकेट। ODI CRICKET

      * पर्दापण - 16 जनवरी 2002 
      * बनाम - इंग्लैंड 
      * अंतिम मैच - 26 सितम्बर 2021 
      * बनाम - ऑस्ट्रेलिया 
      * कुल खेले मैच - 158 
      * कुल विकेट - 196 ( सर्वाधिक )
      * रन - 901 
      * शतक / अर्धशतक - 0/1 
      * सर्वश्रेठ - 6 / 31 


                                           टी 20 क्रिकेट। T20 CRICKET


     * पर्दापण - 5 अगस्त 2006 
     * बनाम - इंग्लैंड 
     * अंतिम मैच - 10 जून 2018 
     * बनाम - कवालालम्पुर 
     * कुल खेले मैच - 53 
     * रन - 329 
     * विकेट - 45 
     * सर्वश्रेठ - 5 / 11 
     * इन्होने टी 20 प्रारूप से संन्यास की घोषणा कर दी है 



झूलन का क्रिकेटिंग सफर। Jhulan's cricketing journey.-

  झूलन के लिया क्रिकेट को लेकर शुरूआती सफर संघर्ष से भरा रहा है क्योकि जिस समय में झूलन ने क्रिकेट खेलना शुरू किया था वह समय आज के जैसा नहीं था। उस समय समाज में महिला क्रिकेट को लेकर इतनी समझ विकसित नहीं हुई थी जितनी की आज है। लेकिन झूलन लगातार मेहनत करती रही जिस वजह से आज वो इस मुकाम पर है।

* झूलन बचपन से खेल कूद में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेती थी अपने शुरुआती समय ये फूटबाल खेलना ज्यादा पसंद करती थी।

       * झूलन ने मात्र 13 वर्ष की उम्र से क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था। 

       * शुरुआत में झूलन नादिया में ही अपने मोह्हले के लड़को के साथ क्रिकेट खेला करती थी। झूलन बताती है की '' शुरुआत में लड़को के साथ खेलते रहने पर लड़के उनका खूब मज़ाक उड़ाते थे क्युकी वो उस समय धीमी गति से गेंदबाज़ी करती थी जिस से उनकी गेंद पर लड़के खूब छक्के चौके मारते थे। इस से उनके दिमाग में तेज़ गेंदबाज़ी करने की इच्छा जाग्रत हुई। ''

       * झूलन ने जब 1992 का क्रिकेट वर्ल्ड कप मैच टीवी पर देखा , तभी से उनके मन में क्रिकेट खेलने को लेकर उत्साह जाग्रत हुआ। 

       * झूलन का क्रिकेट को लेकर गंभीरता तब पैदा हुई जब उन्होंने पहली बार कोलकाता के ईडन गार्डन पर महिला क्रिकेटर ब्लेन्डा क्लार्क को शानदार तरीके से गेंदबाज़ी करते देखा। 

      * जब झूलन ने क्रिकेट में करियर बनाने को लेकर अपने परिवार में बात की तब उनके परिवार के लोग उनके इस फैसले  तैयार नहीं थे। लेकिन इनकी गहन इच्छा शक्ति को देख कर वे भी तैयार हो गए। 

      * शुरुआत में इन्होने नादिया में ही ट्रैंनिंग की ,लेकिन एक बार कोच स्वपन संधू की नज़र इन पर पड़ी और वे इनकी गेंदबाज़ी शैली से प्रभावित हुए। यही से उन्होंने झूलन को कोलकाता में क्रिकेट की कोचिंग देनी शुरू की। 

     *  इसके बाद इन्होने कोलकाता में ही MRF क्रिकेट अकेडमी में क्रिकेट का अभ्यास करना शुरू कर दिया। 

     * क्रिकेट सीखते हुए इन्होने क्लब क्रिकेट खेलने जारी रखे और लोकल स्तर पर होने वाली क्रिकेट प्रतियोगिता में ये बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेने लगी। 

     * इसके बाद इन्होने बंगाल राज्य के लिए क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया। इनकी गजब की बॉलिंग शैली से और विकेट निकलने की छमता को देख भारतीय सिलेक्टर बहुत प्रभावित हुए। 

     * इसके बाद मात्र 19 वर्ष कि उम्र में इनका चयन वर्ष 2002 में भारतीय क्रिकेट टीम में हो गया। इन्हे इंग्लैंड के खिलाफ अपने टेस्ट पर्दापण का मौका मिला। 

     * अपने शानदार बॉलिंग के कारण ये भारतीय क्रिकेट की स्टार प्लेयर बन गयी। 

     * वर्ष 2006 - 07 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच में इन्होने एक ही मैच में 10 विकेट लेकर महिला क्रिकेट के इतिहास में अपना नाम अमर कर दिया। इनको शानदार परफॉमेंस से भारतीय टीम ने इंग्लैंड को कड़ी शिकस्त दी। जिसके बाद्द अंतरास्ट्रीय स्तर पर भारतीय महिला टीम ने अपनी मौजूदगी को दमदार तरीके से रखा। 
   
     * वर्ष 2008 में इन्होने भारतीय महिला क्रिकेट टीम के कमान बतौर कप्तान के रूप में संभाली , तब इन्होने मिताली राज़ से कप्तानी अपने हाथ में ली।  और वर्ष 2011 तक भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान रही। 


     * वर्ष 2018 में इन्होने अन्तराष्ट्रीय मैच में 300 विकेट पूरे किया ऐसा करने वाली ये प्रथम भारतीय महिला क्रिकेटर है। 



झूलन गोस्वामी के कुछ किस्से। Some stories of Jhulan Goswami -





झूलन ने 4 बार बारहवीं की परीक्षा दी है लेकिन क्रिकेट में बिजी होने के कारण ये चारो बार परीक्षा पूरी नहीं दे पायी है।

14 साल की उम्र के इन्होने कड़ाके की ठण्ड में ईडन गार्डन में न्यूज़ीलेंड - आस्ट्रेलिया का फाइनल मैच देखा था जिसके बाद इन्होने भारतीय टीम में जाने का इरादा बहुत पक्का कर लिया था।

* ये क्रिकेट के लिया रोज़ सुबह 4.30 बजे लोकल ट्रैन के माध्यम से नादिया से कोलकाता का सफर किया करती थी। जहा कोच स्वप्न संधू उन्हें क्रिकेट की बारीकियों को सिखाते थे।

* झूलन कहती है की '' मुझे पिच पर जमे हुए बल्लेबाज़ों को आउट करने में बहुत मज़ा आता है , मेरे लम्बे कद के कारण गेंदों को अच्छी उछाल देने में आसानी होती है ''

* 2006 में इंग्लैंड के खिलाफ मैच में इन्होने शानदार तरीके से 10 विकेट लिए थे जिसके बाद इनका नाम नादिया / चकदा एक्सप्रेस पड़ गया था।

झूलन अपने समय में भारत की एकमात्र ऐसी गेंदबाज़ थी , जो की 120 किमी की तेज़ गति से गेंद डालती थी।

झूलन वर्ष 2017 में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाली अंतरास्ट्रीय गेंदबाज़ बनी थी।

* झूलन अपने कोच सवप्न संधू को बहुत मानती है उनका कहना है की मै आज जो कुछ भी हु मेरे कोच स्वप्न सिंधु जी की वजह से ही हु। उनके मिले मार्गदर्शन से ही मैं अपने जीवन में इतना कुछ हासिल कर पायी हु।

    * एक बार झूलन क्रिकेट की प्रैक्टिस से आने में काफी लेट हो गयी थी घर में इन्तजार करती माँ को जब बहुत टाइम हो गया तो इनकी माँ बहुत गुस्सा हो गयी और जब झूलन घर आयी तो माँ ने घर का दरवाजा ही नहीं खोला , जिस कारण से झूलन कई घंटो तक घर के बाहर ही खड़ी रही। झूलन बताती है की '' उस दिन के बाद मुझे कुछ भी काम हो या मेरा घर लेट आना हो रहा हो तो मैं सबसे पहले अपनी माँ को इस विषय में जरूर बताती हु। ''
शुरूआती समय में झूलन की मम्मी को झूलन का लड़को के साथ खेलना और क्रिकेट खेलना बिलकुल पसंद नहीं था। लेकिन झूलन की लगन को देख कर उन्होंने अपने मन को मना ही लिया।


झूलन गोस्वामी को अब तक मिले पुरूस्कार। Awards received by Jhulan Goswami so far -





1. ICC महिला क्रिकेटर ऑफ़ द ईयर - 2007

2. अर्जुन अवार्ड - 2010

3. पद्मश्री - 2012

4. चिदंबरम ट्राफी - 2013

इसके अलावा कई मैचो में इन्हे वीमेन ऑफ़ द सीरीज़ और वीमेन ऑफ़ द मैच का पुरुस्कार मिला है।




अभिनेत्री अनुष्का शर्मा झूलन के किरदार में। Actress Anushka Sharma as Jhulan -




हाल ही में झूलन गोस्वामी के जीवन से जुडी हर बातो को फिल्म चकदा एक्सप्रेस के माध्यम से दिखाया जायेगा।
जिसमे एक्ट्रेस अनुष्का शर्मा झूलन का किरदार निभाते हुए नज़र आएगी। बता दे की माँ बन ने के बाद अनुष्का की यह पहली फिल्म होगी। लगभग 3 साल के बाद अनुष्का बड़े परदे पर वापसी कर रही है। इस फिल्म में झूलन के बचपन से लेकर उनके महान क्रिकेटर बन ने तक की कहानी दिखाई जाएगी।



FAQ -;

1. झूलन गोस्वामी के जीवन पर कौन सी फिल्म बन रही था। 
उत्तर - चकदा एक्सप्रेस 

2. फिल्म चकदा एक्सप्रेस में कौन झूलन का किरदार निभा रहा है। 
उत्तर - अभिनेत्री अनुष्का शर्मा कोहली 

3. नादिया एक्सप्रेस कौन कहलाता है 
उत्तर - झूलन गोस्वामी 

4. झूलन गोस्वामी को अर्जुन पुरुस्कार कब मिला 
उत्तर - वर्ष 2010 में 

5. झूलन को पद्मश्री अवार्ड कब मिला 
उत्तर - वर्ष 2012 में 

6. झूलन कब से कब तक भारतीय टीम की कप्तान रही है। 
उत्तर - 2008 से 2010 तक 

7. झूलन के वनडे क्रिकेट में  कुल कितने विकेट है। 
उत्तर - 196 विकेट  

8. झूलन के माता पिता का क्या नाम है। 
उत्तर - झरना और निशित गोस्वामी 

9. झूलन के पति का नाम क्या है। 
उत्तर - झूलन की शादी नहीं हुई है 

10 झूलन के कोच का नाम क्या है 
उत्तर - स्वप्न संधू 

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